एफिलिएट मार्केटिंग क्या होता है।
एफिलिएट मार्केटिंग एक ऐसा व्यापार मॉडल है जिसमें एक व्यक्ति या कंपनी (एफिलिएट) दूसरे व्यक्ति या कंपनी (व्यापारी) के उत्पादों या सेवाओं को प्रचारित करती है। जब एफिलिएट के जरिए बेचा गया उत्पाद किसी ग्राहक द्वारा खरीदा जाता है, तो एफिलिएट को उस बिक्री पर कमीशन मिलता है। एफिलिएट बस उस उत्पाद की खोज करता है जो उसे पसंद है, फिर उस उत्पाद को बढ़ावा देता है और अपनी प्रत्येक बिक्री से लाभ का एक हिस्सा कमाता है। इसमें पेशे, योग्यता, उम्र, या किसी और चीज से संबंधित कोई रोक नहीं है।आप इसे फुल टाइम या पार्ट टाइम भी कर सकते हैं। यह एक लाभकारी और सहायक व्यवसायिक मॉडल है, जो तीन प्रमुख पक्षों पर आधारित होता है।
1.) एफिलिएट मार्केटिंग कैसे काम करता है?
एफिलिएट मार्केटिंग तब शुरु होता है जब एफिलिएट मार्केटर एक एफिलिएट प्रोग्राम से जुड़ता है। इसके तरीके निम्न प्रकार से है।
a.) एफिलिएट प्रोग्राम में शामिल होना:- आपको किसी कंपनी या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के एफिलिएट प्रोग्राम में रजिस्टर करना होता है। एक बार आपके पास लिंक आ जाने के बाद आप इसको कई तरीकों से प्रचार कर सकते है जैसे अपनी खुद की वेबसाइट, ब्लॉग, सोशल मीडिया, या अन्य चैनलों पर से प्रचार करते है तो आप एक स्पोनोसोरेड पोस्ट बना सकते है जिसमे लिंक शामिल हो।
b.) ग्राहक आपके एफिलिएट लिंक पर क्लिक करेगा :- जब ग्राहक आपके एफिलिएट लिंक पर क्लिक करता है, तो वह उस लिंक के माध्यम से संबंधित उत्पाद या सेवा की वेबसाइट पर जाता है। यह लिंक एक विशेष ट्रैकिंग कोड के साथ होता है, जिससे यह पता चलता है कि बिक्री आपके द्वारा किए गए प्रमोशन के माध्यम से आई है।
c.) ग्राहक एफिलिएट लिंक की साईट पर जायेगा :- ग्राहक द्वारा आपके लिंक पर क्लिक करने के बाद उन्हें एफिलिएट की वेबसाइट पर ले जाया जायेगा जो की आपके पसंद से भी निर्धारित किया जा सकता है। कुछ प्रोग्राम संबद्धों को चुनने के लिए लैंडिंग पृष्ठ देते हैं। जिससे ग्राहक को इसके बारे में अधिक जानने में मदद मिलेगी।
d.) ग्राहक उस प्रोडक्ट की खरीदारी करेगा :- जब ग्राहक आपके एफिलिएट लिंक पर क्लिक करके व्यापारी की वेबसाइट पर जाता है, तो वह वहां से सीधे खरीदारी कर सकता है। कुछ ग्राहक तुरंत खरीदारी ना करके बाद में उस प्रोडक्ट को खरीदने के लिए वापस आते है।
e.) खरीदारी की प्रक्रिया :- ग्राहक अपने इच्छित उत्पाद को खरीदने के लिए “कार्ट में जोड़ें” बटन पर क्लिक करता है और फिर चेकआउट प्रक्रिया को पूरा करता है। जब ग्राहक अपना ऑर्डर देता है, तो एफिलिएट ट्रैकिंग सिस्टम खरीदारी के सभी विवरण रिकॉर्ड करेगा। एफिलिएट वेबसाइट यह सुनिश्चित करने के लिए लेन-देन की समीक्षा भी करते हैं कि वे वैध हैं या नहीं क्योंकी कई बार आप खुद ही उसका प्रोडक्ट खरीद कर के सेल्स बढ़ने की कोशिश कर सकते है जो की एक गलत तरीका है।
f.) प्रोडक्ट पर लेन-देन का श्रेय दिया जाता है :- व्यापारी द्वारा सत्यापित किए जाने के बाद कि योग्य बिक्री वैध है, लेन-देन आपके एफिलिएट खाते में जमा कर दिया जाएगा। भुगतान शेड्यूल का पालन करने के अलावा, कई कार्यक्रमों में भुगतान सीमाएँ होती हैं। प्रोडक्ट पर भुगतान प्राप्त करने के लिए आपका कमीशन शेष बराबर या अधिक होना चाहिए।
2.) एफिलिएट प्रोग्राम क्या है और इसका विज्ञापन कैसे करे?
एक विज्ञापनदाता द्वारा पेश किया जाने वाला एक तरीका है जो एफिलिएट मार्केटर को किसी उत्पाद या सेवा को बढ़ावा देने के बदले मुआवजा अर्जित करने का एक तरीका प्रदान करता है। यह क्रिया खरीदारी, फ़ॉर्म भरना, पंजीकरण, डाउनलोड या अन्य रूपांतरण हो सकती है। एफिलिएट को चलने के लिए हमें किसी वेबसाइट, एप्प या किसी लैंडपेज की जरूरत होती है जहाँ पर हम खरीदने वाले इछुक लोगो की ट्रैफिक ला सकते। उदाहरण के लिए जैसे कोई कंपनी कोई जूते, दवा या कोई अन्य प्रोडक्ट बेचना चाहती है तो वो एक ग्राहक की तलाश करती है जहाँ वो सेल कर सके इसके लिए वो एफिलिएट मार्केटिंग में काम करने के इच्छुक लोगो के द्वारा सेल्स उत्पन्न करते है।
विज्ञापन :- ट्रैफिक लाने के लिए हम विभिन्न तरीको से काम करते है जिसमे प्रमुख लैंडपेज और खुद की वेबसाइट एक माध्यम है इसको विभिन्न तरीके से मापी जाती है। जैसे इम्प्रैशन, क्लिक्स और कन्वर्शन सबसे आम बात है। इसमें एफिलिएट नेटवर्क की मुख्य भूमिका होती है नेटवर्क विज्ञापनदाताओं को अपने उत्पादों और सेवाओं पर ध्यान केंद्रित करने के लिए स्वतंत्र रहने में मदद करते हैं जिसमे सहयोगी ऑफर प्रकाशित करने और प्रचार करने पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए स्वतंत्र रहते है।
3.) एफिलिएट मार्केटिंग से होने वाले फायदे निम्न प्रकार से है।
a.) एफिलिएट मार्केटिंग:- एफिलिएट मार्केटिंग एक अच्छा और आसान विकल्प है घर बेठे ऑनलाइन शुरुवात करने का क्युकी इसमें आपको खुद से उत्पाद (प्रोडक्ट) बनाने की लम्बी प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ता है जैसे जैसे आपका व्यापार बढ़ता है आपको नए सामान बनाने के बारे में सोचने की आवश्यकता नहीं होती। इसमें प्रोडक्ट बिक्री के बाद भी ग्राहक सेवा सम्बन्धी परेशानी को सँभालने की जरूरत भी नहीं होती। एक बार जब आपका प्रोडक्ट बिकना शुरु होता जाता तो ग्राहकों के जीवन भर के मूल्य को बढ़ाने के लिए प्रचार करने के लिए नए उत्पाद और सेवाएँ भी पा सकते हैं। और ग्राहक जब भी आपके लिंक से प्रोडक्ट लेता रहेगा आपका कमीशन बनता रहेगा।
b.) लम्बे समय की आय :- आप एक बार अपने ट्रैफिक स्रोत को सेट कर देते है तो अधिक उपयोगकर्ताओं के आने पर नई बिक्री उत्पन्न करना जारी रख सकते हैं। आप नए कस्टमर को लाने के लिए लगातार काम किए बिना अवशिष्ट आय प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप आवर्ती कमीशन प्राप्त करते है तो आप एफिलिएट मार्केटिंग से और अधिक पैसे कमा सकते है।
c.) रिस्क फ्री ( कम जोखिम भरा ) :- एफिलिएट मार्केटिंग ऑनलाइन आय उत्पन्न के लिए कम रिस्क वाला तरीका है। जब किसी प्रोडक्ट को लांच किया जाता है तो आपको बस उस प्रोडक्ट का प्रचार अपने वेबसाइट या अन्य ट्रैफिक स्रोतो के माध्यम से कम लागत में करके ही उस प्रोडक्ट पर कमाई कर सकते है जिसमे आपको प्रोडक्ट बनाने या मैन्युफैक्चरिंग करने या उसको वेयरहाउस में रखने या डिलीवरी करने की जिम्मेदारी आपके ऊपर नहीं होती है बल्कि वो कंपनी को देखना होता है।
d.) अधिक से अधिक सेल्स :- वैसे तो डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कमाने के कई तरीके है पर इसमें एफिलिएट मार्केटिंग ज्यादा आसान और सुरक्षित माना जाता है क्युकी इसमें आपको कम लागत में ज्यादा मुनाफा होता है। आप इन्टरनेट का उपयोग करके कही से भी इसकी शुरुवात कर सकते है साथ ही इसमें आप स्वतंत्र रूप से बिना किसी के दबाब में रहके काम करते है और अपने उत्पाद को बढ़ावा देते है। इसके साथ ही कंपनी उन लोगो तक भी अपने प्रोडक्ट को बेच पाती है जहाँ वो सक्षम नहीं होते है जैसे लोकल शहर में वो लोग बेहतरीन तरीके से काम को कर सकते है जो वहां रहते है उनकी भाषा समझते है। क्युकी कंपनी को भी खुद से ऑडियंस बनाने में समय लगता है। यदि उनका व्यवसाय व्यापारी के व्यवसाय के अनुरूप है, तो वे शीघ्र ही ट्रैफिक का एक मूल्यवान स्रोत बन जाते हैं।
4.) एफिलिएट मार्केटिंग के नुकसान ।
a.) एफिलिएट प्रोग्राम के मालिक आप खुद नहीं होते जिस वजह से केवल उपस्थित लोगो का उपयोग करना होता आप मर्चेंट के नियम पर निर्भर होते है और उनकी शर्तो को मानते है। कोई भी प्रोडक्ट आपको अच्छा भी लग सकता है और कुछ समय के बाद उसकी मार्किट में वैल्यू कम भी हो सकती है।
b.) एफिलिएट मार्केटिंग में, आपकी प्रतिस्पर्धा को नियंत्रित करना मुश्किल होता है क्योंकि यह एक ओपन मार्केट है जहां कई एफिलिएट मार्केटर्स के एक ही प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट कर रहे होते हैं। हालांकि, आप अपनी प्रतिस्पर्धा से बेहतर बनने के लिए कुछ उपाय कर सकते हैं उदहारण करे लिए :-
i.) विशिष्ट निचे पर ध्यान दें: एक विशेष निचे में काम करने से आप प्रतिस्पर्धा को कम कर सकते हैं।
ii.) कंटेंट गुणवत्ता: उच्च गुणवत्ता वाले कंटेंट के माध्यम से अपनी ऑडियंस का विश्वास जीतें।
iii.) SEO रणनीतियाँ: अपनी वेबसाइट के लिए उचित SEO तकनीकों का उपयोग करें ताकि आपकी रैंकिंग बढ़े।
iV.) सोशल मीडिया: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का प्रभावी उपयोग करें ताकि आप अपने टार्गेट ऑडियंस तक पहुँच सकें।
V.) ईमेल मार्केटिंग: अपने ग्राहकों के साथ एक मजबूत संबंध बनाने के लिए ईमेल मार्केटिंग का उपयोग करें।
c.) किसी भी कस्टमर को आप रोक कर नहीं रख सकते है एक बार रेफ़रल किए जाने के बाद, दोबारा आने वाला ग्राहक आपसे फिर कभी खरीदारी नहीं करेगा।खरीद को दोहराने के लिए इसे सीधे एफिलिएट विक्रेता से करेगा।
इसमें आपको शुरुवात में काफी मेहनत और लगन से काम करना होगा क्योंकी इसमें जब आपकी प्रोडक्ट बिक्री होती है तब इसपर इनकम बनता है इसलिए ये बताना मुश्किल होता है की आप इस पर कितने पैसे कमायेगे।
d.) जैसा की हमने पहले भी बताया हुआ है की विज्ञापन के जरिये मार्केटिंग को आगे बढ़ाया जाता है जिसके लिए कंपनी स्पैमयुक्त कंटेंट बनाती है जिससे इसका प्रमोशन ब्लैक हैट एस.इ.ओ के जरिये झूठे विज्ञापन दिखाके कस्टमर का दिल जीत के फिर उनके विश्वसनीयता खो देंगे। और फिर आप अपने व्यापारी की प्रतिष्ठा को खतरे में डाल देंगे। ऐसे में आप किसी भी कमीशन की उम्मीद नहीं कर सकते है।
5.) एफिलिएट मार्केटिंग से आप कितना कमा सकते हैं?
एफिलिएट मार्केटिंग से आपकी कमाई विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि आप किस निचे में काम कर रहे हैं, आपकी वेबसाइट या प्लेटफॉर्म पर कितना ट्रैफिक आ रहा है, आप किस प्रकार के प्रोडक्ट्स या सर्विसेज को प्रमोट कर रहे हैं, कमीशन स्ट्रक्चर क्या है, आपकी मार्केटिंग रणनीतियाँ कितनी प्रभावी हैं, और आप इस क्षेत्र में कितना समय और मेहनत निवेश कर रहे हैं; इसके चलते कुछ लोग महीने में कुछ सौ डॉलर कमा सकते हैं, जबकि अन्य महीने में हजारों डॉलर या उससे भी अधिक कमा सकते हैं।
6.) बेस्ट एफिलिएट मार्केटिंग प्रोग्राम्स/प्लेटफार्म
a.) अमेज़न एसोसिएट्स :- अमेज़न एसोसिएट्स एक एफिलिएट मार्केटिंग प्रोग्राम है, जिसे अमेज़न द्वारा संचालित किया जाता है। यह प्रोग्राम एफिलिएट मार्केटर्स को अमेज़न के उत्पादों को प्रमोट करने और उन पर कमीशन कमाने का अवसर देता है। यहाँ बताया गया है कि यह कैसे काम करता है:
i.) पंजीकरण:
सबसे पहले, आपको अमेज़न एसोसिएट्स की वेबसाइट पर जाकर एक अकाउंट बनाना होगा। पंजीकरण प्रक्रिया सरल है और इसमें आपकी कुछ जानकारी मांगी जाती है।
ii.) प्रोडक्ट्स का चयन:
एक बार जब आपका अकाउंट सेट हो जाता है, तो आप अमेज़न पर उपलब्ध लाखों उत्पादों में से किसी भी प्रोडक्ट को चुन सकते हैं और उसे प्रमोट कर सकते हैं।
iii.) लिंक जनरेशन:
जब आप किसी प्रोडक्ट का चयन करते हैं, तो अमेज़न आपको एक विशेष एफिलिएट लिंक प्रदान करता है। यह लिंक आपके अकाउंट से जुड़ा होता है, जिससे आपकी बिक्री ट्रैक की जा सके।
iv.) प्रमोशन:
अब आप इस लिंक का उपयोग करके प्रोडक्ट्स को अपने ब्लॉग, वेबसाइट, सोशल मीडिया, या ईमेल मार्केटिंग के माध्यम से प्रमोट कर सकते हैं। जब भी कोई उपयोगकर्ता आपके लिंक पर क्लिक करके प्रोडक्ट खरीदता है, तो आपको कमीशन मिलता है।
v.) कमीशन की दर:
अमेज़न विभिन्न उत्पाद श्रेणियों के लिए अलग-अलग कमीशन दरें प्रदान करता है। यह दरें 1% से लेकर 10% या उससे अधिक तक हो सकती हैं।
vi.) भुगतान:
जब आपकी कमाई एक निश्चित सीमा (जैसे $100) तक पहुँच जाती है, तो अमेज़न आपको आपके कमीशन का भुगतान करता है। भुगतान के कई विकल्प होते हैं, जैसे बैंक ट्रांसफर, चेक, या अमेज़न गिफ्ट कार्ड।
b.) फ्लिप्कार्ट एफिलिएट :- भारत में एक प्रमुख ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, एक मजबूत एफिलिएट मार्केटिंग प्रोग्राम प्रदान करता है जो सहयोगियों को इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े, घर और फर्नीचर और अन्य सहित प्रोडक्ट्स की एक विस्तृत श्रृंखला को बढ़ावा देने की अनुमति देता है। इसमें दी जाने वाली कमीशन दरें प्रोडक्ट श्रेणी के आधार पर भिन्न होती हैं जो की 1% से 15% तक हो सकती हैं।
c.) क्लिकबैंक :- क्लिकबैंक एफिलिएट मार्केटिंग एक लोकप्रिय डिजिटल प्रोडक्ट्स के लिए एफिलिएट मार्केटिंग प्लेटफार्म है, जो एफिलिएट मार्केटर्स को विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट्स को प्रमोट करने और कमीशन कमाने का अवसर प्रदान करता है। यहाँ इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी दी गई है:
* डिजिटल प्रोडक्ट्स: क्लिकबैंक मुख्य रूप से ई-बुक्स, ऑनलाइन कोर्स, सॉफ्टवेयर, और अन्य डिजिटल उत्पादों के लिए जाना जाता है।
* एफिलिएट मार्केटिंग: यह एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ प्रोडक्ट निर्माताएँ अपने प्रोडक्ट्स को प्रमोट करने के लिए एफिलिएट मार्केटर्स को आमंत्रित करते हैं।
d.) शेयर ए सेल :- शेयर ए सेल एफिलिएट मार्केटिंग एक एफिलिएट मार्केटिंग नेटवर्क है, जो विभिन्न ब्रांड्स और कंपनियों के लिए एफिलिएट प्रोग्राम्स को एकत्रित करता है। यह प्लेटफॉर्म एफिलिएट मार्केटर्स को विभिन्न प्रकार के उत्पादों और सेवाओं को प्रमोट करने का अवसर देता है। यहाँ इसके बारे में कुछ मुख्य बातें हैं:
नेटवर्क: शेयर ए सेल एक कनेक्शन के रूप में कार्य करता है, जहाँ एफिलिएट मार्केटर्स और व्यवसाय एक साथ आते हैं।
विभिन्न श्रेणियाँ: यह प्लेटफॉर्म फैशन, तकनीक, स्वास्थ्य, घर और जीवनशैली, आदि जैसे कई श्रेणियों में प्रोडक्ट्स प्रदान करता है।
ऐसे कई सारे और भी एफिलिएट मार्केटिंग प्रोग्राम है जिसके प्रोसेस ठीक अमेज़न जैसा है जिनके कुछ नाम इस प्रकार है
e.) सी.जे एफिलिएट (कमीशन जंक्शन):- कई बड़े ब्रांड्स के लिए एफिलिएट मार्केटिंग के अवसर प्रदान करता है।
f.) राकूटेन मार्केटिंग:- यह प्लेटफॉर्म कई प्रमुख ब्रांड्स के एफिलिएट प्रोग्राम्स को कवर करता है।
g.) इ.बे पार्टनर नेटवर्क:- इ.बे पर प्रोडक्ट्स को प्रमोट करने का अवसर देता है।
h.) फ्लेक्स ऑफर्स :- विभिन्न निचों के लिए एफिलिएट प्रोग्राम्स का एक बड़ा संग्रह।
i.) एविन :- कई प्रमुख ब्रांड्स के लिए एफिलिएट मार्केटिंग विकल्पों की पेशकश करता है।
j.) इम्पैक्ट:- यह प्लेटफॉर्म प्रभावशाली मार्केटिंग और एफिलिएट प्रोग्राम्स दोनों के लिए जाना जाता है।
k.) एवंत लिंक:- विशेष रूप से आउटडोर, खेल और लाइफस्टाइल प्रोडक्ट्स के लिए उपयुक्त।