DA Hike July 2025: देशभर के केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते (Dearness Allowance – DA) से जुड़ी हर खबर बेहद अहम होती है। हर 6 महीने में DA में संभावित वृद्धि का इंतज़ार लाखों कर्मचारी करते हैं, क्योंकि यही भत्ता उनकी सैलरी में सीधे तौर पर फर्क डालता है। लेकिन जुलाई 2025 में होने वाली अगली DA वृद्धि को लेकर जो संकेत मिल रहे हैं, वे चिंता बढ़ा रहे हैं।
मार्च 2025 में सरकार ने DA में केवल 2% की बढ़ोतरी की, जिससे कुल DA अब 55% पर पहुंच गया। यह बढ़ोतरी पिछले 6 वर्षों में सबसे कम मानी जा रही है। कारण साफ है—महंगाई दर में गिरावट।
कम महंगाई दर ने बढ़ोतरी को धीमा किया
जनवरी 2025 में ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (AICPI) 143.2 था, जो फरवरी में घटकर 142.8 पर आ गया। मार्च में यह मामूली बढ़कर 143.0 पर पहुंचा, लेकिन यह भी राहत देने वाला आंकड़ा नहीं था। मार्च 2025 में खुदरा महंगाई दर (CPI) घटकर 3.34% पर आ गई, जो बीते पांच सालों में सबसे निचला स्तर है।


इसका सीधा असर DA वृद्धि पर पड़ा है। जहां आमतौर पर 3% से 4% की वृद्धि होती थी, वहीं इस बार सिर्फ 2% की बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर AICPI में अगले कुछ महीनों तक कोई बड़ी तेजी नहीं आती, तो जुलाई में भी DA वृद्धि सीमित या शून्य हो सकती है।
कर्मचारियों को क्यों है DA Hike July से आखिरी उम्मीद?
सातवां वेतन आयोग (7th Pay Commission) 31 दिसंबर 2025 को समाप्त होने जा रहा है। ऐसे में जुलाई 2025 की DA वृद्धि को अंतिम प्रमुख वृद्धि माना जा रहा है। यही वजह है कि केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी इस बार की DA घोषणा को लेकर अधिक उत्साहित और चिंतित दोनों हैं। वे उम्मीद कर रहे हैं कि अंतिम वृद्धि में कुछ बेहतर मिलेगा।
लेकिन जब AICPI के ताज़ा आंकड़े कमजोर हैं, तो यह उम्मीद भी डगमगाने लगी है। अगर अप्रैल, मई और जून 2025 के आंकड़े भी निचले स्तर पर बने रहे, तो सरकार के पास DA बढ़ाने का ठोस आधार नहीं रहेगा।
राज्य सरकारें भी दिखा रही हैं सतर्कता
जहां केंद्र सरकार ने DA में महज 2% की बढ़ोतरी की है, वहीं कुछ राज्य सरकारें अपने कर्मचारियों के लिए DA बढ़ा चुकी हैं। लेकिन वे भी अब CPI और AICPI जैसे सूचकांकों को देखते हुए भविष्य की घोषणाओं में सतर्कता बरत रही हैं। बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में भी फिलहाल कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई है।
DA के फॉर्मूले में क्यों जरूरी है AICPI?
DA की गणना हर महीने जारी होने वाले AICPI डेटा पर आधारित होती है। यदि AICPI में निरंतर बढ़ोतरी हो, तो DA में वृद्धि स्वाभाविक होती है। लेकिन जब CPI स्थिर या गिरावट पर होता है, तो सरकार के पास भत्ते बढ़ाने का आधार कमजोर हो जाता है। यही वजह है कि जुलाई में DA Hike को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
क्या हो सकता है जुलाई 2025 में फैसला?
अगर AICPI इंडेक्स अप्रैल, मई और जून के महीनों में मजबूती दिखाता है और CPI 4% के आसपास रहता है, तो 3% तक DA Hike हो सकती है। लेकिन यदि यह ट्रेंड जारी रहता है और महंगाई दर और नीचे जाती है, तो DA में 1% या 0% की वृद्धि हो सकती है। इससे लाखों कर्मचारियों को बड़ा आर्थिक झटका लग सकता है।


DA Hike July 2025 को लेकर जो संकेत मिल रहे हैं, वे फिलहाल उम्मीद से कम हैं। अगर महंगाई दर में सुधार नहीं हुआ, तो सरकार भी हाथ बांधे रह सकती है। ऐसे में कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए यह समय धैर्य रखने का है। हर किसी की नजरें अब AICPI के अगले तीन आंकड़ों पर हैं। जो भी फैसला होगा, उसका असर सीधे तौर पर उनकी जेब पर पड़ेगा।
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