प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़कर बने भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक कार्य करने वाले प्रधानमंत्री
25 जुलाई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। उन्होंने भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लगातार 4,077 दिनों तक प्रधानमंत्री रहने के रिकॉर्ड को पार कर लिया है। नरेंद्र मोदी अब लगातार 4,078 दिन से अधिक समय तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहने वाले दूसरे व्यक्ति बन गए हैं। उनसे आगे अब केवल पंडित जवाहरलाल नेहरू हैं, जिन्होंने आज़ादी के बाद से लेकर अपनी मृत्यु तक प्रधानमंत्री पद संभाला।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी: इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़कर बने भारत के दूसरे सबसे लंबे समय तक कार्य करने वाले प्रधानमंत्री
- 🔍 रिकॉर्ड का ऐतिहासिक महत्व
- 🧱 गुजरात से दिल्ली तक: मोदी का राजनीतिक सफर
- ✨ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की प्रमुख उपलब्धियाँ
- 📍 क्या खास है इस रिकॉर्ड में?
- 🎯 जनता और राजनीति की प्रतिक्रिया
- 🤔 क्या यह सिर्फ लंबा कार्यकाल है या कुछ और?
- 🧭 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचनाएं
- ⚔️ मोदी बनाम पूर्व प्रधानमंत्री
- 📆 आगे क्या?
- 📢 निष्कर्ष – यह रिकॉर्ड क्यों मायने रखता है?
🔍 रिकॉर्ड का ऐतिहासिक महत्व
पीएम कार्यकाल की तुलना:
प्रधानमंत्री | लगातार कार्यकाल (दिनों में) | अवधि |
---|---|---|
जवाहरलाल नेहरू | लगभग 6,130 दिन | 15 अगस्त 1947 – 27 मई 1964 |
नरेंद्र मोदी | 4,078+ दिन | 26 मई 2014 – वर्तमान |
इंदिरा गांधी | 4,077 दिन | 24 जनवरी 1966 – 24 मार्च 1977 |
यह उपलब्धि न केवल भारतीय राजनीति के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मोदी की लोकप्रियता, नेतृत्व क्षमता और जनता के भरोसे का भी प्रतीक है।
🧱 गुजरात से दिल्ली तक: मोदी का राजनीतिक सफर
मुख्यमंत्री से प्रधानमंत्री तक
नरेंद्र मोदी का राजनीतिक करियर वर्ष 2001 में गुजरात के मुख्यमंत्री बनने से शुरू हुआ। उन्होंने लगातार तीन विधानसभा चुनाव जीते और राज्य को औद्योगिक विकास की ओर अग्रसर किया। इसके बाद 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें प्रधानमंत्री पद का चेहरा बनाया और जबरदस्त बहुमत के साथ पहली बार दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुए।
प्रधानमंत्री के रूप में तीन बार जीत
- 2014: पहली बार पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में आए।
- 2019: और भी बड़े बहुमत से दोबारा प्रधानमंत्री बने।
- 2024: तीसरी बार गठबंधन के साथ लेकिन फिर से प्रधानमंत्री बनने में सफल।
इस प्रकार नरेंद्र मोदी पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने लगातार तीन बार देश का नेतृत्व किया है।
✨ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की प्रमुख उपलब्धियाँ
- आर्थिक सुधार: GST, डिजिटलीकरण और स्टार्टअप इंडिया जैसी योजनाओं से भारत की अर्थव्यवस्था में तेजी आई।
- सामाजिक योजनाएं: उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाएं आम जन तक पहुंचीं।
- विदेश नीति: भारत की वैश्विक छवि को मज़बूती दी, कई देशों से रणनीतिक साझेदारी हुई।
- रक्षा और सुरक्षा: सर्जिकल स्ट्राइक और आत्मनिर्भर भारत जैसे कदमों से राष्ट्रवाद को बढ़ावा मिला।
📍 क्या खास है इस रिकॉर्ड में?
- मोदी पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने 1947 के बाद जन्म लिया और इतने लंबे समय तक पद पर बने रहे।
- वह अकेले ऐसे गैर-कांग्रेसी नेता हैं जिन्होंने जनता से तीन बार जनादेश प्राप्त कर पूर्णकालिक प्रधानमंत्री पद संभाला।
- एक नेता के तौर पर उन्होंने लगातार दो दशकों से अधिक समय तक निर्वाचित सरकार का नेतृत्व किया है—पहले राज्य और फिर केंद्र में।
🎯 जनता और राजनीति की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर देश भर में बीजेपी और उसके समर्थकों ने जश्न मनाया। सोशल मीडिया से लेकर जमीनी स्तर तक समर्थन का माहौल दिखा। कई नेताओं ने इसे भारतीय लोकतंत्र की बड़ी उपलब्धि कहा।
हालांकि, विपक्ष ने इसे सिर्फ “संख्या का खेल” करार देते हुए विकास और रोजगार जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा। लेकिन जनता की भावनाएं इस विषय पर मिलीजुली रहीं—कई लोगों ने इसे “कड़ी मेहनत और विज़न का नतीजा” कहा।
🤔 क्या यह सिर्फ लंबा कार्यकाल है या कुछ और?
यह रिकॉर्ड सिर्फ समय का आंकड़ा नहीं है। यह:
- जनता का भरोसा दर्शाता है,
- एक पार्टी की सशक्त रणनीति को दर्शाता है,
- और विपक्ष की कमजोरियों की भी ओर इशारा करता है।
यह दिखाता है कि लोकतंत्र में लंबे समय तक टिके रहना तभी संभव है जब नेतृत्व में स्पष्टता, साहस और निरंतर संवाद हो।
🧭 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचनाएं
हर उपलब्धि के साथ आलोचनाएं भी आती हैं। मोदी सरकार के कार्यकाल में भी कई मुद्दों पर असहमति और विरोध रहा है:
- बेरोजगारी: युवाओं में रोजगार की कमी पर सवाल उठते रहे हैं।
- महंगाई: पेट्रोल, गैस और रोजमर्रा के सामानों की कीमतें लगातार बढ़ीं।
- संवेदनशील फैसले: नोटबंदी, कृषि कानून, CAA जैसे फैसलों ने जनता को दो हिस्सों में बांटा।
इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में ज्यादा कमी नहीं आई, जो उनके मजबूत कैडर और प्रचार नीति को दर्शाता है।
⚔️ मोदी बनाम पूर्व प्रधानमंत्री
बिंदु | नरेंद्र मोदी | इंदिरा गांधी | जवाहरलाल नेहरू |
---|---|---|---|
लगातार कार्यकाल | 4,078+ दिन | 4,077 दिन | 6,130 दिन |
आम चुनावों में जीत | तीन बार | चार बार | चार बार |
लोकप्रियता (जनसंपर्क) | बहुत अधिक | मध्यम | ऐतिहासिक |
नीतिगत बदलाव | साहसिक | कड़े निर्णय | दूरदर्शी |
विरोध और असहमति | उच्च स्तर पर | इमरजेंसी विवाद | अपेक्षाकृत कम |
📆 आगे क्या?
यदि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2029 तक अपना कार्यकाल पूरा करते हैं, तो वह भारत के सबसे लंबे समय तक प्रधानमंत्री बनेने का रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं। इसके लिए उन्हें 6,130 दिनों का आंकड़ा पार करना होगा, जो अब लगभग 2 साल दूर है।
📢 निष्कर्ष – यह रिकॉर्ड क्यों मायने रखता है?
- यह उपलब्धि मोदी के नेतृत्व की निरंतरता और जनता के विश्वास की पहचान है।
- यह देश की लोकतांत्रिक स्थिरता को दर्शाता है।
- यह भाजपा और उसकी चुनावी मशीनरी की कुशलता का प्रतीक है।
- यह भारत के एक नेता की कहानी है जो चाय की दुकान से सत्ता के शिखर तक पहुंचा।