Weather Update: भारत के कई राज्यों में मौसम का मिजाज तेजी से बदलने वाला है। मौसम विभाग (IMD) की ताज़ा Weather Update रिपोर्ट के मुताबिक, अगले कुछ दिन बारिश, आंधी, ओलावृष्टि और लू जैसे चरम मौसमी बदलावों से भरे होंगे। यह समय खासकर किसानों के लिए चुनौतीपूर्ण रहेगा, क्योंकि खेती-बाड़ी से जुड़े फैसले अब मौसम पर निर्भर होंगे। ऐसे में इस लेख में हम जानेंगे कि कहां-कहां मौसम बिगड़ सकता है, क्या होंगे इसके असर, और किसानों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
देश में सक्रिय मौसम प्रणालियों का असर
इस वक्त राजस्थान, मध्य प्रदेश और असम के ऊपर ऊपरी हवा में चक्रवात जैसी स्थिति बनी हुई है। इसके अलावा, एक ट्रफ रेखा राजस्थान से तमिलनाडु तक फैली हुई है, जिससे दक्षिण भारत में भी मौसम का खासा असर देखने को मिल रहा है। पूर्वी मध्य प्रदेश से लेकर गंगा के मैदानी इलाकों और सिक्किम-ओडिशा तक एक और ट्रफ लाइन बनने से पूरे पूर्वी भारत में मौसम अस्थिर हो गया है।

इन प्रणालियों के कारण न केवल बारिश बल्कि तेज़ हवाएं और बिजली गिरने की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं। इससे न केवल फसलों पर असर होगा, बल्कि पशुपालन, बागवानी और भंडारण जैसे कार्यों में भी अड़चनें आ सकती हैं।
बारिश और आंधी का ताजा हाल – Weather Update
अगले पांच दिन पूर्वोत्तर भारत जैसे असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश का अनुमान है। साथ ही बिजली की कड़क और 40-50 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में भी मौसम का बिगड़ना तय है। IMD की रिपोर्ट के अनुसार, 17 अप्रैल और 20 से 22 अप्रैल के बीच असम, मेघालय और बिहार में भारी बारिश हो सकती है।
गंगीय पश्चिम बंगाल और बिहार में 17 और 18 अप्रैल को तेज़ आंधी चलने की संभावना है, जिसमें हवा की रफ्तार 50-60 किमी/घंटा तक हो सकती है।
दक्षिण भारत की बात करें तो केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु में 19 अप्रैल तक हल्की बारिश और गरज के साथ तेज़ हवाएं चलेंगी।
हिमालयी राज्यों में खतरे की घंटी
पश्चिमी विक्षोभ 17 से 20 अप्रैल के बीच खासा सक्रिय रहेगा। इससे जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश में 18 और 19 अप्रैल को भारी बारिश, ओलावृष्टि और तेज़ हवाएं चल सकती हैं। यहां के किसानों और बागवानों को खास सतर्क रहने की जरूरत है क्योंकि ओलावृष्टि से सेब, आड़ू और अन्य फलदार फसलों को बड़ा नुकसान हो सकता है।
हीटवेव और तापमान का उतार-चढ़ाव
राजस्थान, पंजाब और हरियाणा जैसे उत्तर-पश्चिमी राज्यों में 18 अप्रैल तक तापमान में 2 से 4 डिग्री तक बढ़ोतरी हो सकती है, इसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री की गिरावट संभावित है।पश्चिम राजस्थान में 17 और 18 अप्रैल को गंभीर लू चलने की चेतावनी है।
गुजरात, महाराष्ट्र और केरल के कुछ हिस्सों में गर्मी के साथ उमस (Hot & Humid Weather) भी देखने को मिल सकती है, जिससे किसानों के साथ आम नागरिकों को भी परेशानी होगी।
किसानों के लिए जरूरी सलाह
मौसम के इस अचानक बदलते मिजाज को देखते हुए किसानों को कुछ खास सावधानियां अपनानी चाहिए:
- कटाई और ढुलाई तभी करें जब मौसम साफ हो।
- बिजली और आंधी के समय खेतों या ऊंचे पेड़ों के नीचे खड़ा न हों।
- ओलावृष्टि की संभावना वाले क्षेत्रों में सब्ज़ी और फलदार पौधों को ढकने की कोशिश करें।
- पशुओं को लू से बचाने के लिए उन्हें छांव में रखें और साफ पानी की व्यवस्था करें।
- मौसम की जानकारी के लिए रोजाना कृषि विज्ञान केंद्र या IMD की वेबसाइट देखें।
कंक्लुजन
इस ताज़ा Weather Update से यह साफ है कि भारत के कई राज्यों में मौसम अगले कुछ दिन काफी अस्थिर रहेगा। ऐसे में किसानों को यह समझदारी दिखानी होगी कि वे किसी भी कृषि कार्य से पहले मौसम का पूर्वानुमान देखें और फिर कदम उठाएं।

बरसात, आंधी, लू और ओलावृष्टि – यह सब फसलों और जानवरों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। समय रहते सही निर्णय लेना ही नुकसान से बचने का सबसे आसान तरीका है।
इसलिए जागरूक रहें, मौसम की खबरों पर नजर रखें और सुरक्षित खेती करें।
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